EPFO Update (ईपीएफओ अपडेट) :आजकल के दौर में नौकरी का स्थिर रहना हर किसी के लिए आसान नहीं है। कई बार किसी वजह से हमें काम छोड़ना पड़ता है, या कुछ समय के लिए ब्रेक लेना पड़ता है – जैसे पढ़ाई, घर की जिम्मेदारी, या स्वास्थ्य संबंधी कारण। ऐसे में जब कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की पेंशन योजना की बात आती है, तो मन में सवाल उठता है – क्या नौकरी में गैप होने के बाद भी पेंशन के लिए जरूरी 10 साल पूरे किए जा सकते हैं? जवाब है – हां, बिल्कुल!
इस लेख में हम सरल भाषा में समझाएंगे कि कैसे EPFO की स्कीम में आप नौकरी में अंतराल (गैप) के बावजूद पेंशन के लिए आवश्यक 10 साल की सर्विस पूरी कर सकते हैं।
EPFO Update : EPFO पेंशन योजना क्या है?
EPFO के अंतर्गत आने वाली पेंशन योजना का नाम है – Employees’ Pension Scheme (EPS-1995)। यह योजना उन कर्मचारियों के लिए है जो संगठित क्षेत्र में काम करते हैं और जिनकी बेसिक सैलरी ₹15,000 या उससे कम है। इस योजना में कर्मचारी की ओर से नहीं बल्कि नियोक्ता (Employer) की ओर से हर महीने एक तय हिस्सा EPS में जमा होता है।
- नियोक्ता द्वारा EPF में जमा की गई कुल राशि का 8.33% EPS में जाता है।
- यह पेंशन आपके सेवानिवृत्ति के बाद एक निश्चित मासिक राशि के रूप में मिलती है।
- इसके लिए कम-से-कम 10 साल तक EPS में योगदान जरूरी होता है।
नौकरी में गैप का असर EPS पर कैसे पड़ता है?
अब बड़ा सवाल यह है – अगर आपने 10 साल लगातार नौकरी नहीं की, और बीच में ब्रेक लिया है, तो क्या पेंशन नहीं मिलेगी?
इसका जवाब थोड़ा तकनीकी है, लेकिन हम इसे आसान भाषा में समझते हैं:
- EPS के अंतर्गत “सर्विस की कुल अवधि” को देखा जाता है, न कि यह कितने साल लगातार नौकरी की।
- इसका मतलब है कि अगर आपने अलग-अलग नौकरियों में कुल मिलाकर 10 साल EPS में योगदान दिया है, तो आप पात्र हैं।
- गैप के बाद भी आपकी पुरानी सर्विस जोड़ने का प्रावधान होता है – बशर्ते आपने UAN (Universal Account Number) के ज़रिए अपनी पुरानी और नई सेवाओं को लिंक किया हो।
कैसे जोड़ें अपनी पिछली सर्विस EPS में?
अगर आपने पहले भी किसी कंपनी में काम किया है और अब दोबारा किसी नई कंपनी में काम शुरू किया है, तो यह जरूरी है कि आपकी पुरानी सर्विस EPS रिकॉर्ड में जुड़ी हो। इसके लिए नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें:
- अपनी पुरानी और नई दोनों नौकरियों का UAN एक ही रखें (या एक में ट्रांसफर करें)।
- पुरानी कंपनी से “पेंशन सेवा इतिहास” ट्रांसफर कराएं।
- EPFO पोर्टल पर लॉगइन कर Track Claim Status के ज़रिए चेक करें कि ट्रांसफर हुआ या नहीं।
- अगर ट्रांसफर नहीं हुआ है, तो EPFO Grievance Cell में शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
एक उदाहरण से समझते हैं:
रवि ने 2012 से 2016 तक एक कंपनी में काम किया। फिर 2 साल का गैप लिया और 2018 में दोबारा नौकरी शुरू की। अब वह 2025 में सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
- पहली कंपनी में काम: 4 साल
- दूसरी कंपनी में काम: 7 साल
- कुल सर्विस: 11 साल (EPS में योगदान)
- रवि को पेंशन के लिए पात्र माना जाएगा, बशर्ते UAN और सर्विस हिस्ट्री जुड़ी हो।
अगर 10 साल पूरे नहीं होते तो?
अगर आपने 10 साल से कम सेवा की है, तो आपको “पेंशन नहीं” बल्कि “विथड्रॉल बेनिफिट” मिलता है।
इसका मतलब है कि आप EPS अकाउंट में जमा राशि को एकमुश्त निकाल सकते हैं। नीचे तालिका में देखें – कितने साल की सर्विस पर कितने प्रतिशत राशि मिलती है:
सेवा की अवधि (साल) | EPS राशि का प्रतिशत |
---|---|
1 साल | 1.02% |
2 साल | 2.05% |
3 साल | 3.10% |
4 साल | 4.20% |
5 साल | 5.50% |
6 साल | 6.80% |
7 साल | 8.15% |
8 साल | 9.55% |
9 साल | 10.95% |
ध्यान दें – 10 साल पूरे होने के बाद आप EPS का पैसा नहीं निकाल सकते, केवल पेंशन मिलेगी।
UAN और सर्विस हिस्ट्री अपडेट क्यों जरूरी है?
- आपकी EPS पेंशन की गणना “कुल सेवावधि” और “आखिरी सैलरी” के आधार पर होती है।
- अगर आपकी पुरानी सेवा रिकॉर्ड में नहीं जोड़ी गई, तो आपकी पेंशन कम हो सकती है।
- इसलिए हर नौकरी बदलने के बाद यह सुनिश्चित करें कि आपकी सेवा हिस्ट्री ट्रांसफर हो और UAN एक ही बना रहे।
मेरी अपनी कहानी: कैसे मुझे फायदा हुआ
मैंने खुद 2011 से 2014 तक एक कंपनी में काम किया। फिर पढ़ाई के लिए ब्रेक लिया। 2017 में दोबारा नौकरी शुरू की। पहले तो मुझे लगा कि ब्रेक के चलते मेरी EPS सर्विस जुड़ नहीं पाएगी। लेकिन जब मैंने UAN पोर्टल पर लॉगइन किया और पुरानी कंपनी की सर्विस ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी की, तो मेरी पुरानी EPS हिस्ट्री नई कंपनी में जुड़ गई।
आज जब मैं अपना EPS Passbook देखता हूँ, तो कुल 11 साल की सर्विस जुड़ी हुई दिखती है। इसका मतलब है कि मुझे पेंशन का पूरा लाभ मिलेगा।
ध्यान देने योग्य बातें
- नौकरी के गैप से घबराएं नहीं – EPS में “टोटल सर्विस” जुड़ सकती है।
- UAN को सक्रिय रखें और पुरानी नौकरी की जानकारी ट्रांसफर करवाएं।
- नौकरी छोड़ते समय EPFO से जुड़ी जानकारी जैसे पासबुक और सेवा प्रमाण पत्र जरूर संभालें।
- EPFO पोर्टल पर समय-समय पर अपनी जानकारी अपडेट करते रहें।
नौकरी में गैप आना आज के समय में सामान्य बात है। पर इससे आपकी पेंशन योजना प्रभावित नहीं होनी चाहिए – बशर्ते आपने जानकारीपूर्ण कदम उठाए हों। अगर आप EPS की शर्तों और प्रक्रियाओं को समझकर सही समय पर सही कार्रवाई करें, तो नौकरी में ब्रेक आने के बाद भी आप 10 साल की सर्विस पूरी कर सकते हैं और पेंशन का पूरा लाभ उठा सकते हैं।
जैसे मैंने अपनी EPS हिस्ट्री को सही तरह से अपडेट करके लाभ उठाया, वैसे ही आप भी कर सकते हैं। बस जरूरी है कि आप जानकारी रखें, सतर्क रहें और EPFO के पोर्टल का सही इस्तेमाल करें।
क्या EPFO में नौकरी के लिए गैप को ध्यान में रखा जाता है?
हां, एक नया नियम गैप के समय को भी जोड़ता है।
क्या EPFO में नौकरी के लिए छोटा गैप कोई बाधा है?
नहीं, छोटे गैप पर भी पेंशन की योग्यता है।
क्या EPFO नौकरी में गैप की संवैधानिक राहत प्रदान करता है?
हां, EPFO गैप की संवैधानिक राहत प्रदान करता है।
क्या EPFO नौकरी के लिए गैप को स्वीकार करता है?
हाँ, EPFO गैप को ध्यान में रखता है।