FASTAG यूज़ करने वालों के लिए नई गाइडलाइन, अब देना होगा दोगुना टोल टैक्स

FASTAG Update (फास्टैग अपडेट) : अगर आप भी हाइवे पर सफर करते हैं और अपनी गाड़ी में FASTAG लगवा चुके हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। सरकार ने अब FASTAG यूज़ करने वालों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है, जिसमें कुछ नियमों का पालन न करने पर दोगुना टोल टैक्स देना पड़ेगा। यह नियम ना सिर्फ नियमों की सख्ती को दर्शाता है बल्कि ट्रैफिक व्यवस्था को और दुरुस्त बनाने की कोशिश है।

FASTAG Update क्या है और क्यों हुआ जरूरी?

FASTAG एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है जो आपके वाहन के विंडस्क्रीन पर लगे RFID टैग के जरिए काम करता है। यह टोल प्लाज़ा पर लंबी लाइनों से छुटकारा दिलाता है और कैशलेस ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देता है।

  • इसे नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा लॉन्च किया गया है
  • बैंक खाते या प्रीपेड वॉलेट से लिंक किया जा सकता है

टोल पेमेंट अपने आप कट जाता है

नई गाइडलाइन में क्या है बदलाव?

सरकार ने स्पष्ट किया है कि अगर आपकी गाड़ी में FASTAG है लेकिन वह सक्रिय नहीं है, ब्लैकलिस्टेड है, या आपने उसे सही तरीके से नहीं लगाया है, तो आपको सामान्य टोल की तुलना में दोगुना शुल्क देना पड़ेगा।

नए नियम:

  • FASTAG सक्रिय होना चाहिए
  • बैलेंस पर्याप्त होना चाहिए
  • टैग सही तरीके से विंडस्क्रीन पर चिपका होना चाहिए
  • अगर कोई वाहन FASTAG लेन में घुसता है और उसका टैग सही से काम नहीं करता तो दोगुना टोल कटेगा

इन लोगों को हो रही है परेशानी – एक नज़रिया

उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में रहने वाले सुरेश यादव, जो कि एक ट्रक ड्राइवर हैं, बताते हैं कि “मेरे पास FASTAG तो है लेकिन एक दिन उसका बैलेंस खत्म हो गया और मैं FASTAG लेन में चला गया। उस दिन मुझसे ₹240 की जगह ₹480 वसूले गए।”

ऐसे ही कई मामले सामने आए हैं जहाँ यूज़र्स को बिना गलती के भी दोगुना टोल चुकाना पड़ा है क्योंकि उनका टैग सिस्टम में अपडेट नहीं था या फिर तकनीकी दिक्कत थी।

कैसे बचें दोगुना टोल से?

नए नियमों के अनुसार, अगर आप दोगुना टोल देने से बचना चाहते हैं तो निम्न बातों का ध्यान रखें:

  • अपने FASTAG अकाउंट में हमेशा बैलेंस बना कर रखें
  • हर यात्रा से पहले टैग की स्थिति SMS या ऐप से चेक करें
  • FASTAG को सही तरीके से विंडस्क्रीन पर लगवाएं
  • अगर टैग ब्लैकलिस्ट हो गया है तो उसे तुरंत रिचार्ज या अपडेट करवाएं

मुख्य बैंकों और उनके FASTAG फीचर्स की तुलना

बैंक का नाम मिनिमम बैलेंस ऐप सपोर्ट रिचार्ज विकल्प कस्टमर सपोर्ट
SBI ₹200 हां UPI, नेट बैंकिंग 24×7
HDFC ₹100 हां ऐप, पोर्टल 24×7
ICICI ₹150 हां SMS, ऐप हां
Paytm Payments ₹0 हां Paytm ऐप 24×7
Airtel Payments ₹100 हां Airtel Thanks हां
Kotak Mahindra ₹200 हां नेट बैंकिंग हां
Axis Bank ₹150 हां कार्ड, UPI हां

क्या होता है जब FASTAG फेल हो जाए?

अगर किसी वजह से FASTAG स्कैन नहीं हो पाता, तो वाहन चालक को टोल प्लाज़ा पर रुकना पड़ सकता है और यदि FASTAG असफल हो जाता है, तो नियम अनुसार दोगुना टोल चार्ज लागू होता है।

इसके समाधान के लिए:

  • मोबाइल ऐप से ट्रांजैक्शन हिस्ट्री चेक करें
  • ग्राहक सेवा पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराएं
  • टैग को दोबारा स्कैन कराने की मांग करें

क्या यह नियम सभी गाड़ियों पर लागू होता है?

हाँ, यह नियम सभी व्यावसायिक और निजी वाहनों पर लागू होता है जो टोल प्लाज़ा से गुजरते हैं। चाहे वह कार हो, ट्रक हो या बस, अगर FASTAG निष्क्रिय या त्रुटिपूर्ण है तो दोगुना शुल्क देना ही पड़ेगा।

सरकार का उद्देश्य और यूज़र की जिम्मेदारी

सरकार की मंशा है कि टोल वसूली पूरी तरह से डिजिटल हो और टोल प्लाज़ा पर जाम से निजात मिले। लेकिन यह तभी संभव है जब हर वाहन चालक अपनी जिम्मेदारी समझे:

  • FASTAG एक्टिव रखें
  • हर सफर से पहले बैलेंस चेक करें
  • किसी भी समस्या के लिए ग्राहक सेवा से संपर्क करें

FASTAG एक बेहतरीन तकनीक है जो भारत की टोल व्यवस्था को स्मार्ट बना रही है। लेकिन इसके साथ नियमों का पालन भी जरूरी है। अगर आपने ध्यान नहीं दिया, तो यह सुविधा परेशानी में बदल सकती है। दोगुना टोल से बचने का एक ही उपाय है – अपना FASTAG हमेशा सक्रिय और अपडेटेड रखें।

अपने व्यक्तिगत अनुभव से कहूं तो, मैंने एक बार FASTAG रिचार्ज करना भूल गया था और मुझे बिना किसी गलती के दोगुना टोल देना पड़ा। उस दिन से मैंने FASTAG ऐप को अपने मोबाइल की होम स्क्रीन पर रख दिया है ताकि कभी भी बैलेंस देख सकूं और रिचार्ज कर सकूं।

यही आदत अगर सभी यूज़र्स अपना लें, तो न सिर्फ पैसे की बचत होगी बल्कि टोल पर समय भी बचेगा और सफर आरामदायक होगा।

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