Multiple Bank Accounts (एकाधिक बैंक खाते) : आजकल हर किसी के पास एक से ज्यादा बैंक अकाउंट होना आम बात हो गई है। कोई सैलरी के लिए अलग अकाउंट रखता है, तो कोई सेविंग्स के लिए। कुछ लोग तो ऑफर या लाभ के चक्कर में हर बैंक का खाता खुलवा लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक से ज्यादा बैंक अकाउंट रखने के अपने नुकसान भी हैं? इससे ना सिर्फ टैक्स का बोझ बढ़ सकता है, बल्कि आपको अतिरिक्त चार्जेस भी झेलने पड़ सकते हैं। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि Multiple Bank Accounts रखने से क्या-क्या समस्याएं हो सकती हैं और आपको कौन से जरूरी कदम तुरंत उठाने चाहिए।
क्यों रखते हैं लोग Multiple Bank Accounts?
- सैलरी और सेविंग्स को अलग-अलग रखने के लिए
- FD या RD के अलग-अलग प्लान्स के लिए
- ऑफर्स, रिवार्ड्स या कैशबैक स्कीम्स का फायदा उठाने के लिए
- एक से ज्यादा बैंकों के एटीएम और नेटबैंकिंग की सुविधा के लिए
- बिजनेस और पर्सनल ट्रांजैक्शन्स को अलग-अलग रखने के लिए
हालांकि ये कारण सही लग सकते हैं, लेकिन इनका असर आपकी फाइनेंशियल हेल्थ पर नकारात्मक भी हो सकता है।
Multiple Bank Accounts से जुड़े मुख्य नुकसान
1. बैंक मिनिमम बैलेंस मेंटेनेंस का दबाव
हर बैंक में एक न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना होता है। अगर आप एक से ज्यादा अकाउंट रखते हैं तो हर खाते में न्यूनतम बैलेंस मेंटेन करना मुश्किल हो सकता है। इससे पेनाल्टी लग सकती है।
उदाहरण:
मेरे एक दोस्त रवि के पास तीन बैंक अकाउंट थे। एक अकाउंट में बैलेंस कम होने की वजह से हर महीने ₹200-₹300 की पेनाल्टी कट रही थी। एक साल में उसे ₹3000 से ज्यादा नुकसान हुआ।
2. टैक्स संबंधी जटिलताएं
- ITR भरते समय अगर आपके बैंक खातों में ब्याज ज्यादा है तो आपको उसे घोषित करना होता है।
- एक से ज्यादा खातों में ब्याज मिलने से आपको ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है कि कहां-कहां से कितनी इनकम हुई।
- टैक्स डिपार्टमेंट को लगता है कि आपकी इनकम ज्यादा है, जिससे आपको स्क्रूटनी का सामना करना पड़ सकता है।
3. चार्जेस और सर्विस फी का बोझ
- हर खाते पर डेबिट कार्ड, SMS अलर्ट, चेकबुक आदि के लिए वार्षिक शुल्क लगता है।
- कई बैंक नॉन-मेट्रो में एटीएम से निकासी पर चार्ज वसूलते हैं।
4. इनएक्टिव अकाउंट्स से परेशानी
अगर आपने कोई खाता चालू तो रखा है लेकिन 1 साल या उससे ज्यादा समय से ट्रांजैक्शन नहीं किया है, तो बैंक उस खाते को ‘Inactive’ घोषित कर देता है। उस खाते से पैसे निकालना या किसी भी तरह की ट्रांजैक्शन करना फिर मुश्किल हो जाता है।
5. ट्रांजैक्शन और ट्रैकिंग में दिक्कत
एक से ज्यादा खातों की ट्रांजैक्शन हिस्ट्री, स्टेटमेंट्स और बैलेंस ट्रैक करना एक आम आदमी के लिए समय लेने वाला काम हो जाता है। इससे फाइनेंशियल प्लानिंग में भी बाधा आती है।
इस समस्या से बचने के लिए क्या करें?
- सिर्फ वही बैंक अकाउंट रखें जिसका इस्तेमाल आप नियमित रूप से करते हैं।
- अनयूज्ड या कम यूज हो रहे बैंक अकाउंट्स को बंद करवा दें।
- सभी खातों की नेटबैंकिंग में जोड़कर एक जगह से उनका ट्रैक रखें।
- टैक्स सीजन के समय हर खाते से ब्याज की जानकारी इकट्ठा रखें।
- मिनिमम बैलेंस की जरूरत को ध्यान में रखते हुए फंड्स को उचित रूप से विभाजित करें।
काम की सलाह: अकाउंट क्लोज़ करते समय क्या ध्यान रखें?
- खाता पूरी तरह से खाली कर लें और लिखित फॉर्म में क्लोजिंग रिक्वेस्ट जमा करें।
- बैंक से ‘नो ड्यूज सर्टिफिकेट’ जरूर लें।
- अगर खाता जॉइंट है, तो सभी होल्डर्स की सहमति जरूरी है।
- सभी लिंक्ड सर्विसेज जैसे SIP, ECS आदि को पहले डिस्कनेक्ट कर दें।
टेबल: एक से अधिक बैंक खातों के साथ जुड़े संभावित खर्च
खर्च का प्रकार | अनुमानित वार्षिक लागत (₹) |
---|---|
मिनिमम बैलेंस पेनाल्टी | 1000 – 3000 प्रति खाता |
डेबिट कार्ड शुल्क | 200 – 500 प्रति कार्ड |
SMS अलर्ट फीस | 60 – 120 प्रति खाता |
चेकबुक फीस | 100 – 200 प्रति बुक |
टैक्स रिपोर्टिंग जटिलता | संभावित स्क्रूटनी और जुर्माना |
समय और मेंटल स्ट्रेस | अमूल्य |
मेरा व्यक्तिगत अनुभव
मैं खुद पहले 4 बैंक अकाउंट्स इस्तेमाल करता था – एक सैलरी के लिए, एक सेविंग्स, एक FD के लिए और एक ऑफर के चक्कर में खुलवाया था। कुछ महीनों बाद मुझे एहसास हुआ कि हर खाते में बैलेंस मेंटेन करना और ट्रांजैक्शन ट्रैक करना सिरदर्द बन चुका था। तब मैंने दो अकाउंट्स को बंद करवाया और अब सिर्फ दो ही खाते रखता हूँ – जिससे मेरी फाइनेंशियल प्लानिंग आसान हो गई है और अनावश्यक खर्च भी बचा है।
Multiple Bank Accounts रखना हर किसी के लिए जरूरी नहीं होता। अगर सही तरीके से न संभाला जाए तो ये सुविधा एक बोझ बन जाती है – टैक्स, पेनाल्टी और समय की बर्बादी के रूप में। इसलिए जितने खाते जरूरी हों, उतने ही रखें और बाकी को तुरंत बंद करने की दिशा में कदम उठाएं। आपकी फाइनेंशियल सेहत उतनी ही बेहतर होगी, जितना आप उसे सरल और संगठित रखेंगे।
एक व्यक्ति क्या कर सकता है अपने बैंक खातों को सुरक्षित रखने के लिए?
एक ही बैंक में किए गए व्ययों का ट्रैकिंग करें।
क्या बैंक खातों में जमा पैसा सुरक्षित है?
हां, बैंक खातों में जमा पैसा सुरक्षित है।