PPO Number KYC: सरकारी पेंशन चाहिए तो अब ज़रूरी है PPO e-KYC, जानिए आसान स्टेप्स

PPO Number KYC (पीपीओ नंबर केवाईसी) : सरकारी पेंशन पाने वाले बुजुर्गों के लिए एक जरूरी सूचना आई है। अगर आप पेंशनधारी हैं और आपको हर महीने सरकार से पेंशन मिलती है, तो अब बिना PPO नंबर KYC के आपका पैसा अटक सकता है। सरकार ने सभी पेंशनर्स के लिए e-KYC अनिवार्य कर दिया है। इस लेख में हम जानेंगे कि PPO नंबर KYC क्यों जरूरी है, इसे कैसे करें और किन लोगों को इससे सबसे ज्यादा फायदा होगा।

PPO Number KYC क्या है?

  • PPO नंबर (Pension Payment Order) वो यूनिक नंबर होता है जो रिटायरमेंट के समय हर पेंशनधारी को मिलता है।
  • इस नंबर के जरिए ही पेंशन बैंक खाते में आती है।
  • अब सरकार ने यह निर्देश जारी किया है कि सभी पेंशनर्स को अपने PPO नंबर से e-KYC करवाना होगा ताकि फर्जीवाड़ा रोका जा सके और पेंशन में देरी न हो।

PPO e-KYC क्यों जरूरी है?

  • फर्जी पेंशन खातों पर रोक लगाने के लिए।
  • समय पर पेंशन ट्रांसफर सुनिश्चित करने के लिए।
  • डिजिटल रिकॉर्ड को अपडेट रखने के लिए।
  • जीवन प्रमाण पत्र से मिलान आसान करने के लिए।

सरकार ने क्यों लिया यह फैसला?

पिछले कुछ वर्षों में कई बार यह देखा गया है कि कुछ मृत पेंशनधारियों के नाम पर भी पेंशन आ रही है। इससे सरकार को करोड़ों का नुकसान होता है। e-KYC से यह तय किया जाएगा कि पेंशन सही व्यक्ति को मिल रही है और रिकॉर्ड अप टू डेट हैं।

PPO e-KYC कैसे करें? आसान स्टेप-बाय-स्टेप गाइड

आप नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करके घर बैठे PPO e-KYC कर सकते हैं:

  1. अपने मोबाइल में आधार लिंक्ड नंबर एक्टिव रखें।
  2. Jeevan Pramaan की वेबसाइट या मोबाइल ऐप डाउनलोड करें।
  3. ऐप पर जाएं और “Generate Digital Life Certificate” पर क्लिक करें।
  4. आधार नंबर और PPO नंबर भरें।
  5. OTP के जरिए आधार वेरिफिकेशन करें।
  6. बायोमेट्रिक डिवाइस (फिंगरप्रिंट या आइरिस स्कैन) का इस्तेमाल करें।
  7. सिस्टम आपका प्रमाण पत्र जनरेट कर देगा।
  8. यह सर्टिफिकेट सीधे बैंक और पेंशन विभाग को भेज दिया जाएगा।

किन लोगों को यह करना अनिवार्य है?

श्रेणी अनिवार्यता
केंद्र सरकार के रिटायर्ड कर्मचारी हाँ
राज्य सरकार के पेंशनधारी हाँ
रक्षा मंत्रालय से पेंशन पाने वाले हाँ
पब्लिक सेक्टर बैंकों के रिटायर्ड कर्मचारी हाँ
EPFO से पेंशन पाने वाले हाँ
60 साल से ऊपर के सभी सरकारी पेंशनर्स हाँ
दिव्यांग पेंशनधारी हाँ
विधवा या पारिवारिक पेंशन पाने वाले हाँ

लोगों के अनुभव – इससे क्या बदला?

रामप्रसाद शर्मा (गाज़ियाबाद):
“मैं पिछले दो साल से पेंशन ले रहा हूं। हर बार बैंक जाकर प्रमाण पत्र देना पड़ता था। अब मोबाइल से ही e-KYC करके सारा काम हो गया। कोई लाइन नहीं, कोई झंझट नहीं।”

सीमा देवी (पटना):
“मुझे नहीं पता था कि e-KYC जरूरी है। बैंक से फोन आया कि अगर नहीं किया तो पेंशन रोक दी जाएगी। मेरे बेटे ने Jeevan Pramaan ऐप से पूरा काम करवा दिया। अब टाइम पर पेंशन मिल रही है।”

ध्यान देने योग्य बातें

  • e-KYC साल में सिर्फ एक बार करना होता है।
  • जीवन प्रमाण पत्र की वैधता एक साल की होती है।
  • e-KYC का मतलब है कि आपको बैंक जाकर फॉर्म भरने की जरूरत नहीं।
  • मोबाइल ऐप से या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर भी KYC हो सकता है।

अगर e-KYC नहीं किया तो क्या होगा?

  • आपकी पेंशन रोकी जा सकती है।
  • बैंक आपके खाते को सस्पेंड कर सकता है।
  • आपको बैंक में जाकर मैनुअल प्रमाण पत्र जमा करना होगा।
  • बार-बार फॉलो-अप करना पड़ेगा, जिससे मानसिक तनाव बढ़ सकता है।

किसे कहां से मदद मिलेगी?

सुविधा केंद्र सेवा फीस
नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) e-KYC + जीवन प्रमाण पत्र ₹10-₹30
बैंक शाखा सहायता और डेमो निःशुल्क
Jeevan Pramaan हेल्पलाइन तकनीकी सहायता निःशुल्क
डाकघर बायोमेट्रिक सेवा ₹10

मेरी निजी राय

मेरे पिता भी रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी हैं। हर साल दिसंबर में बैंक में जाकर जीवन प्रमाण पत्र देना पड़ता था। लेकिन जब से हमने Jeevan Pramaan से PPO e-KYC किया, तब से न सिर्फ समय बचा है बल्कि पेंशन भी समय पर आ रही है। डिजिटल प्रक्रिया ने बुजुर्गों का जीवन आसान बना दिया है।

अगर आप या आपके परिवार में कोई पेंशनधारी है, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत काम की है। PPO e-KYC सिर्फ एक औपचारिकता नहीं बल्कि पेंशन की सुरक्षा की गारंटी है। समय रहते इसे पूरा करें और हर महीने की पेंशन को बिना अड़चन के प्राप्त करें।

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