SBI ATM Charges (एसबीआई एटीएम शुल्क) : बात-बात पर बदलती बैंकिंग नीतियों ने अब एक बार फिर से आम लोगों की जेब पर सीधा असर डाला है। देश का सबसे बड़ा बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), अब ATM से कैश निकालने पर अतिरिक्त चार्ज वसूलने जा रहा है। ये बदलाव उन करोड़ों ग्राहकों के लिए चिंता का विषय है जो हर महीने कैश ट्रांजैक्शन पर निर्भर रहते हैं। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि यह नया नियम क्या है, किसे कितना भुगतान करना पड़ेगा, और इससे कैसे बचा जा सकता है।
SBI ATM Charges ट्रांजैक्शन पर नया चार्ज क्या है?
SBI ने एक नया चार्ज सिस्टम लागू किया है, जिसके तहत अब फ्री ट्रांजैक्शन की सीमा पार करने पर ग्राहकों को अतिरिक्त राशि चुकानी होगी। यह नियम न सिर्फ SBI के एटीएम पर, बल्कि अन्य बैंकों के एटीएम पर भी लागू होगा।
- मेट्रो शहरों में फ्री ट्रांजैक्शन की सीमा: 3 बार प्रति माह
- नॉन-मेट्रो शहरों में सीमा: 5 बार प्रति माह
- इसके बाद हर कैश विदड्रॉल पर चार्ज लगेगा: ₹21 प्रति ट्रांजैक्शन (पहले ₹20 था)
कैश ट्रांजैक्शन पर बढ़ा बोझ – एक नजर आंकड़ों पर
नीचे दिए गए टेबल में आप देख सकते हैं कि अब एटीएम से अधिक ट्रांजैक्शन करने पर ग्राहकों को कितना भुगतान करना होगा:
ट्रांजैक्शन संख्या | मेट्रो में फ्री | नॉन-मेट्रो में फ्री | अतिरिक्त चार्ज |
---|---|---|---|
1 से 3 | फ्री | फ्री | ₹0 |
4 से 5 | चार्ज लगेगा | फ्री | ₹21 प्रति बार |
6 और उससे अधिक | चार्ज लगेगा | चार्ज लगेगा | ₹21 प्रति बार |
बैलेंस चेक और नॉन-कैश ट्रांजैक्शन पर नियम
- बैलेंस इन्क्वायरी और मिनी स्टेटमेंट: आमतौर पर फ्री रहते हैं
- नॉन-कैश ट्रांजैक्शन (PIN चेंज, स्टेटमेंट प्रिंट आदि): कुछ सीमाओं के तहत फ्री, उसके बाद चार्ज लग सकता है
SBI ग्राहक क्या करें? – बचाव के आसान तरीके
अगर आप इन चार्जेस से बचना चाहते हैं तो कुछ स्मार्ट तरीकों को अपनाया जा सकता है:
- एक बार में अधिक कैश निकालें: बार-बार कैश निकालने से बेहतर है कि जरूरत के अनुसार एक बार में अधिक निकालें।
- डिजिटल पेमेंट का उपयोग करें: UPI, नेटबैंकिंग, मोबाइल वॉलेट जैसे विकल्प से कैश की जरूरत घट सकती है।
- मिनी स्टेटमेंट या बैलेंस चेक के लिए मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करें: योनो (YONO) जैसे SBI के ऐप से ये सेवाएं फ्री मिलती हैं।
आम लोगों पर असर – कुछ रियल लाइफ उदाहरण
राधा देवी, लखनऊ: “मैं हर हफ्ते थोड़ी-थोड़ी राशि निकालती हूं। अब मुझे समझ आया कि इस आदत की वजह से मेरा ₹84 चार्ज कट गया पिछले महीने।”
महेश कुमार, जयपुर: “मैं किराने की दुकान चलाता हूं, कैश में ही लेन-देन होता है। 6 बार एटीएम से पैसे निकाले और चार्ज लग गया। अब YONO ऐप से बड़ा अमाउंट निकालता हूं और प्लान बनाता हूं।”
एक्स्ट्रा चार्ज पर सोशल मीडिया की प्रतिक्रियाएं
बैंक की इस नई व्यवस्था पर सोशल मीडिया पर भी मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोग इसे अनुचित मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे डिजिटल इंडिया की ओर एक मजबूरी मानते हैं।
जानिए कब से लागू हुआ ये नया नियम
SBI ने इस बदलाव की जानकारी अपनी वेबसाइट और नोटिफिकेशन के माध्यम से दी थी। यह नियम 1 मई 2025 से लागू हो चुका है। इसलिए अगर आपने मई के महीने में कई बार कैश निकाला है, तो अगली स्टेटमेंट में आपको एक्स्ट्रा चार्ज दिख सकता है।
SBI के ATM चार्ज में बदलाव से निश्चित ही ग्राहकों की प्लानिंग में असर पड़ेगा। जहां यह बैंक के लिए एक रेगुलेटरी और ऑपरेशनल कॉस्ट रिकवरी का तरीका हो सकता है, वहीं आम आदमी के लिए यह जेब पर अतिरिक्त बोझ जैसा है।
इसलिए स्मार्ट बैंकिंग का समय आ गया है – हर बार ATM तक दौड़ लगाने से बेहतर है कि डिजिटल विकल्पों को अपनाएं और ट्रांजैक्शन की प्लानिंग करके ही कैश विदड्रॉल करें।
यह लेख जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी बैंकिंग निर्णय से पहले ग्राहक को अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या शाखा से पुष्टि कर लेनी चाहिए।
सबसे कम ATM चार्ज किस बैंक में है?
कुछ बैंकों में ज्यादा, कुछ में कम।
SBI एटीएम चार्ज में इस बार क्या अंतर है?
अब एटीएम से कैश निकालने पर अधिक चार्ज।